Mahesh Bhatt : महेश भट्ट हिंदी सिनेमा के एक दमदार डायरेक्टर हैं. उन्होंने अपने करियर में एक बढ़कर एक कई सुपरहिट फिल्में दी हैं और इन दिनों भी वह अपनी आगामी फिल्म ब्लडी इश्क के कारण लाइमलाइट में हैं. इस फिल्म में अभिनेत्री अविका गौर लीड किरदार में नजर आएगी.
फिल्म मेकर्स महेश भट्ट अपनी फिल्मों के साथ-साथ अपनी पर्सनल लाइफ के कारण हमेशा चर्चा का विषय बने रहते हैं. इसी बीच एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने अपने माता-पिता के अलग-अलग धर्म पर खुलकर बात की. उन्होंने अपनी निजी लाइफ से जुडी कई ऐसी बातें बताई जोकि बेहद ही दिलचस्प हैं. इसके आलावा उन्होंने ये भी बताया कि उन्होंने अपनी दोनों बेटियों के मुस्लिम नाम क्यों रखे?.
Mahesh Bhatt के पिता ब्राह्मण और मां थी मुस्लिम
महेश भट्ट ने खुलासा किया कि उनके पिता नानाभाई भट्ट एक गुजराती ब्राह्मण थे जबकि उनकी मां शिरीन मोहम्मद अली एक मुस्लिम थी. महेश ने अपनी मुस्लिम जड़ों को फ्लॉन्ट करते अपनी बेटियों (आलिया और शाहीन)के मुस्लिम नाम रखे थे. हालाँकि इससे उनकी मां काफी परेशान भी हो गई थी.
महेश भट्ट ने एक बार अपने पुराने इंटरव्यू में कहा था कि मेरे पास संसार की 2 सबसे अच्छी चीजें मां-बाप हैं. मेरी मां एक शिया मुस्लिम थीं जबकि मेरे पिता एक जनेऊधारी ब्राह्मण थे. लेकिन मैं फर्क से ये कह सकता हूँ कि उन्होंने कभी भी धर्मनिरपेक्ष होने का दिखावा नहीं किया. एक बाद खास हैं कि मेरे माता-पिता दोनों ने अपनी-अपनी अलग-अलग आस्थाएं अलग धर्मों में बरकरार रखीं. दोनों एक-दूसरे से बेहद प्यार करते थे, लेकिन फिर भी दोनों कभी भी दूसरे धर्म और तरीके से काम नहीं करता था और न ही उन्हें ऐसा करना पसंद था.
महेश भट्ट ने एक बार बताया था कि साल 1992 में जब मुंबई में सांप्रदायिक दंगे हुए उस समय मेरी मां अपने माथे पर हमेशा एक बड़ा टीका लगातीं और साड़ी पहना करती थी. दरअसल उन्हें इस तरह की चीजें करना पसंद था. लेकिन मैं फिर भी ये देख सकता था कि वह कुछ छिपा रही थीं. दरअसल उन्हें ऐसा लगता था कि उनका अल्पसंख्यक दर्जा शायद हमारी निजी लाइफ दिक्कतें पैदा कर सकता हैं.’
महेश ने आगे बताया, ‘ऐसे में जब मैंने अपनी मां की मुस्लिम जड़ों का दिखावा किया तो शुरुआत में वह थोड़ी शर्मिंदा हुईं. हालांकि मुझे बाद में पता चला कि वह इससे शर्मिंदा हुई थीं. दरअसल वह 1992 में सांप्रदायिक दंगों के समय मेरे बच्चों को लेकर चिंतित थीं. क्योंकि हमने बेटियों आलिया-शाहीन को मुस्लिम नाम दिए थे. क्योंकि मेरी दूसरी पत्नी सोनी राजदान को ये नाम काफी पसंद थे. उस समय हर कोई चिंतित था कि क्या होने वाला था.’