Bhole Baba: उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले से एक बेहद ही दुखद घटना सामने आई हैं. दरअसल यहाँ तक सत्संग में भगदड़ मच गई, जिसके चलते एक बड़ा हादसा हो गया हैं. बताया जा रहा हैं कि सिकंदराराऊ थाना क्षेत्र के गांव फुलरई में संत भोले बाबा का एक सत्संग आयोजित किया गया था. जिसमे भगदड़ की खबर सामने आ रही हैं. जिसमे अब तक करीब 150+ लोगों के जान जाने की खबर आ रही हैं.
सत्संग में हुई भगदड़ में इतनी बड़ी संख्या में लोगों की जान गयी हैं ऐसे में लोगों के मन ये सवाल आ रहा हैं कि आखिर ये संत भोले बाबा हैं क्या?. इस लेख में हम इन्ही संत के बारे में जानेगे.
कौन हैं संत Bhole Baba?
रिपोर्ट्स के अनुसार संत भोले बाबा मूल रूप से कांशीराम नगर(कासगंज) के पटियाली गाँव के रहने वाले हैं. बता दे संत बनने से पहले भोले बाबा उत्तरप्रदेश पुलिस में भर्ती थे और 18 साल की नौकरी करने के बाद उन्होंने वीआरएस ले लिया था.
इसके बाद वह अपने गाँव में ही एक साधारण सी झोपड़ी बनाकर रहने लगे थे और उत्तर-प्रदेश के आसपास के गांवों में भी घुमने निकलते और लोगों को भगवान की भक्ति का पाठ पढाने लगे.
#HathrasStampede: ये कार्यक्रम के पोस्टर हैं जो आस पास के इलाक़ों में लगाये गये थे.#Hathras pic.twitter.com/5d1y21PPY0
— NDTV India (@ndtvindia) July 2, 2024
भोले बाबा ने खुद एक बार बताया था कि वह बचपन में अपने पिता के साथ खेती किया करते थे. जवानी के दिनों में वह पुलिस में भर्ती हो गए. बताया जाता हैं कि उनकी पोस्टिंग राज्य के दर्जन भर थानों के अलावा इंटेलिजेंस यूनिट में रही है.
संत भोले बाबा अक्सर ये कहते हैं कि मेरा कोई भी गुरु नहीं है. मुझे सिर्फ और सिर्फ ईश्वर से काफी लगाव हैं. एक बार उनका अहसास हुआ था. उसके बाद मैंने अपनी पूरी लाइफ मानव कल्याण में लगा दी. संत भोले बाबा के लाखों अनुयायी हैं.